Startup Funding 2025: साल 2025 भारतीय स्टार्टअप सेक्टर के लिए बदलाव भरा रहा। इस दौरान कुल फंडिंग में थोड़ी कमी देखी गई, लेकिन नए स्टार्टअप्स और शेयर बाजार के जरिए पैसा जुटाने की गतिविधियां तेज रहीं। निवेशकों की प्राथमिकताएं बदलने से पूरे स्टार्टअप माहौल पर असर पड़ा।
यह भी पढ़ें: Gold Price Today: सोने ने रचा इतिहास, अंतरराष्ट्रीय बाजार में पहली बार $4,500 के पार हुआ सोना
आंकड़ों के अनुसार, साल 2025 में भारतीय स्टार्टअप्स ने करीब 880 सौदों के जरिए कुल 9.8 अरब डॉलर की फंडिंग जुटाई। यह रकम साल 2024 के मुकाबले लगभग 3 प्रतिशत कम रही। सौदों की संख्या में कमी से साफ है कि निवेशक अब पहले से ज्यादा सोच-समझकर पैसा लगा रहे हैं।
बड़ी कंपनियों को फंडिंग में कमी
इस साल बड़ी और पहले से स्थापित स्टार्टअप कंपनियों को मिलने वाला निवेश घटा। लेट-स्टेज फंडिंग में करीब 9 प्रतिशत की गिरावट आई और यह 7.39 अरब डॉलर रह गई। जानकारों का कहना है कि दुनिया भर के निवेशक अब तेजी से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई से जुड़े मौकों पर ध्यान दे रहे हैं। इसका असर दूसरी बड़ी कंपनियों पर पड़ा, जिन्हें निवेश जुटाने में दिक्कत हुई।
इसी वजह से कई स्टार्टअप्स ने निजी निवेश की जगह शेयर बाजार से पैसा जुटाने का रास्ता चुना।
नए स्टार्टअप्स को मिला ज्यादा भरोसा
जहां बड़ी कंपनियों को झटका लगा, वहीं नए और शुरुआती चरण के स्टार्टअप्स के लिए साल 2025 अच्छा साबित हुआ। शुरुआती फंडिंग में करीब 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई और यह 2.42 अरब डॉलर तक पहुंच गई। भले ही सौदे ज्यादा नहीं बढ़े, लेकिन निवेश की औसत रकम बढ़ने से यह साफ हुआ कि निवेशकों को चुनिंदा नए स्टार्टअप्स पर भरोसा है।
विशेषज्ञों के मुताबिक, एआई और नई तकनीक से जुड़े कारोबार में नए मौके बन रहे हैं, जिससे निवेशक शुरुआती स्तर पर ही अच्छा निवेश करने को तैयार हैं।
आईपीओ से आई तेजी
साल 2025 में स्टार्टअप्स के लिए शेयर बाजार एक बड़ा सहारा बना। इस साल रिकॉर्ड 18 स्टार्टअप्स ने आईपीओ लाकर बाजार में कदम रखा। Lenskart, Groww और Meesho जैसी कंपनियों ने आईपीओ के जरिए कुल मिलाकर 41,000 करोड़ रुपये से ज्यादा जुटाए। यह रकम 2024 के करीब 29,000 करोड़ रुपये से काफी ज्यादा रही।
2025 बना पैसे की निकासी का साल
इंडस्ट्री से जुड़े लोगों का मानना है कि 2025 स्टार्टअप्स के लिए “लिक्विडिटी का साल” रहा। निजी निवेश कम मिलने के कारण कंपनियों और शुरुआती निवेशकों को आईपीओ के जरिए बाहर निकलने और मुनाफा कमाने का मौका
आरव भारद्वाज भारतीय शेयर बाज़ार और व्यवसाय जगत से जुड़ी ख़बरों का गहन विश्लेषण करते हैं। उन्हें वित्तीय रुझानों, IPO अपडेट्स और निवेश रणनीतियों पर लेखन का ठोस अनुभव है। BazaarBits पर उनका उद्देश्य निवेशकों तक विश्वसनीय और सटीक जानकारी पहुँचाना है।

