Stocks To Watch: शुक्रवार शाम बाजार बंद होने के बाद अलग-अलग सेक्टर की कई कंपनियों ने अपने तिमाही नतीजे और अहम फैसले जारी किए। इन घोषणाओं का असर सोमवार 17 नवंबर की सुबह से ही ट्रेडिंग सेंटिमेंट पर दिख सकता है। कई शेयरों में उतार–चढ़ाव तेज रहने की संभावना है। आइए देखते हैं किन कंपनियों पर सबसे ज्यादा नज़र रहेगी।
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Tata Motors PV
टाटा मोटर्स की पैसेंजर व्हीकल यूनिट की तिमाही रिपोर्ट ने बाजार को निराश किया है। कंपनी ने बताया कि सितंबर 2025 में समाप्त अवधि में उसकी वित्तीय स्थिति पिछली साल की तुलना में काफी बिगड़ी है। कंपनी को इस बार 6,368 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड घाटा उठाना पड़ा, जबकि पिछले वर्ष इसी तिमाही में वह 3,056 करोड़ रुपये के लाभ में थी। रेवेन्यू भी पिछले साल की तुलना में काफी नीचे गया है और यह 83,656 करोड़ से गिरकर 72,349 करोड़ रुपये पर आ गया।
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इसके साथ ही कंपनी की लग्जरी ब्रांड यूनिट Jaguar Land Rover ने अपनी EBIT मार्जिन गाइडेंस घटा दी, जिससे पता चलता है कि आने वाले महीनों में भी दबाव रहने की आशंका है।
Kotak Mahindra Bank
कोटक बैंक ने एक अहम जानकारी दी है। बैंक का बोर्ड 21 नवंबर को बैठक करेगा, जिसमें शेयरों को छोटे हिस्सों में बांटने यानी स्टॉक स्प्लिट पर चर्चा होगी। बैंक के मौजूदा शेयरों की फेस वैल्यू 5 रुपये है। शुक्रवार को स्टॉक हल्की बढ़त के साथ 2,082.80 रुपये पर बंद हुआ। स्टॉक स्प्लिट का फैसला निवेशकों की रुचि बढ़ा सकता है।
Siemens
सीमेंस के तिमाही नतीजों में एक दिलचस्प तस्वीर सामने आई। कंपनी की बिक्री तेज रही, लेकिन मुनाफा काफी घटा। इस बार कंपनी का नेट प्रॉफिट 485 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल के 830 करोड़ मुकाबले लगभग आधा है। इसके बावजूद रेवेन्यू 5,171 करोड़ रुपये, यानी 16 प्रतिशत ऊपर रहा। मार्जिन दबाव में होने की वजह से स्टॉक में हलचल देखने को मिल सकती है।
RCF
राष्ट्र्रीय केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स (RCF) ने बाजार को सकारात्मक संकेत दिए हैं। कंपनी का मुनाफा 33 प्रतिशत से अधिक उछलकर 105.4 करोड़ तक पहुंच गया। रेवेन्यू भी बढ़कर 5,292 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले साल यह 4,290 करोड़ था। कुल मिलाकर कंपनी की फाइनेंशियल स्थिति में सुधार साफ दिखता है।
Godawari Power & Ispat
गोडावरी पावर का प्रदर्शन स्थिर लेकिन सकारात्मक रहा। कंपनी का लाभ 161 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में मामूली बढ़त है। रेवेन्यू भी 3.2 प्रतिशत ऊपर गया और 1,307 करोड़ पर पहुंचा। शुक्रवार को कंपनी का स्टॉक लगभग 4.65 प्रतिशत उछल गया, जो मजबूत ट्रेडिंग सेंटिमेंट का संकेत है।
Utkarsh SFB
उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक के लिए यह तिमाही चुनौतीपूर्ण रही। बैंक को 348 करोड़ रुपये का घाटा हुआ, जबकि पिछले साल इसी अवधि में वह मुनाफे में था। नेट इंट्रेस्ट इनकम घटकर 350.5 करोड़ रह गयी, जो साल के मुकाबले काफी नीचे है। बैंक का ग्रॉस NPA भी बढ़कर 12.42 प्रतिशत पहुंच गया, जिससे एसेट क्वालिटी की समस्या और गहरी लग रही है।
Oil India
ऑयल इंडिया के तिमाही नतीजे उत्साहजनक रहे।कंपनी का लाभ 813 करोड़ से बढ़कर 1,044 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। राजस्व भी बढ़कर 5,456 करोड़ रुपये हो गया। इसके साथ कंपनी ने प्रति शेयर 3.5 रुपये का अंतरिम डिविडेंड घोषित किया है, जिससे शेयर पर ध्यान बढ़ने की संभावना है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यहां दी गई किसी भी बात को निवेश सलाह न माना जाए। शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के साथ आता है, इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें।
आरव भारद्वाज भारतीय शेयर बाज़ार और व्यवसाय जगत से जुड़ी ख़बरों का गहन विश्लेषण करते हैं। उन्हें वित्तीय रुझानों, IPO अपडेट्स और निवेश रणनीतियों पर लेखन का ठोस अनुभव है। BazaarBits पर उनका उद्देश्य निवेशकों तक विश्वसनीय और सटीक जानकारी पहुँचाना है।

