Supreet Chemicals IPO: गुजरात स्थित सुप्रीत केमिकल्स लिमिटेड ने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के पास प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के लिए ड्राफ्ट दस्तावेज़ दाखिल किए हैं। कंपनी इस पेशकश के ज़रिए करीब 499 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है। खास बात यह है कि पूरा इश्यू फ्रेश इक्विटी शेयरों के रूप में होगा और इसमें किसी मौजूदा निवेशक द्वारा ऑफर-फॉर-सेल (OFS) शामिल नहीं होगा।
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जुटाई गई राशि का इस्तेमाल
कंपनी के अनुसार जुटाई गई राशि का सबसे बड़ा हिस्सा, लगभग 310 करोड़ रुपये, वलसाड जिले के वापी में एक नए ग्रीनफील्ड मैन्युफैक्चरिंग प्रोजेक्ट पर खर्च किया जाएगा। इसके अलावा करीब 65 करोड़ रुपये का इस्तेमाल बकाया कर्ज़ चुकाने और समय से पहले ऋण पुनर्भुगतान के लिए होगा। बची हुई रकम सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों पर लगाई जाएगी। मार्च 2025 तक कंपनी पर 200 करोड़ रुपये से अधिक का बकाया कर्ज़ दर्ज था।
ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) में यह भी प्रावधान है कि कंपनी 99 करोड़ रुपये तक का प्री-IPO प्लेसमेंट कर सकती है। यदि यह प्लेसमेंट सफल रहा तो सार्वजनिक निर्गम का आकार उसी अनुपात में घट जाएगा।
उद्योग में पकड़ और उत्पाद पोर्टफोलियो
सुप्रीत केमिकल्स विशेष रसायन इंटरमीडिएट्स (specialty chemical intermediates) का निर्माण करती है। कंपनी की उत्पादन क्षमता 15 से अधिक जटिल रासायनिक प्रक्रियाओं पर आधारित है, जिनमें एरोमैटिक एमाइन्स, सल्फोनामाइड्स, अमीनो फिनॉल्स और SAMBA जैसे यौगिक शामिल हैं। ये उत्पाद वस्त्र, दवा निर्माण, व्यक्तिगत देखभाल, परफॉर्मेंस केमिकल्स और कृषि-रसायन जैसे विविध क्षेत्रों में काम आते हैं।
वित्तीय प्रदर्शन
वित्त वर्ष 2024-25 में कंपनी ने उल्लेखनीय सुधार दर्ज किया। उस साल 362.5 करोड़ रुपये का राजस्व और करीब 51.9 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ (PAT) हासिल किया गया। यह आंकड़े पिछले साल की तुलना में मजबूत वृद्धि को दर्शाते हैं और निवेशकों का विश्वास बढ़ा सकते हैं।
बाज़ार का परिदृश्य
वैश्विक स्तर पर specialty chemical intermediates का बाज़ार 2024 में 1,309 अरब डॉलर का आंका गया था और 2029 तक इसके 1,802 अरब डॉलर तक पहुंचने की संभावना है। इसमें 6.6% की वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) का अनुमान है। भारत में यह उद्योग 2025 से 2030 के बीच लगभग 10% CAGR की दर से बढ़ने की उम्मीद है। ऐसे परिदृश्य में कंपनी के विस्तार की योजनाएं समयानुकूल मानी जा रही हैं।
प्रबंधन और लिस्टिंग
इस निर्गम के लिए IIFL Capital Services बुक-रनिंग लीड मैनेजर की भूमिका निभाएगी, जबकि MUFG Intime India रजिस्ट्रार होगी। कंपनी के शेयरों को बीएसई और एनएसई दोनों पर सूचीबद्ध करने का प्रस्ताव है।

आरव भारद्वाज भारतीय शेयर बाज़ार और व्यवसाय जगत से जुड़ी ख़बरों का गहन विश्लेषण करते हैं। उन्हें वित्तीय रुझानों, IPO अपडेट्स और निवेश रणनीतियों पर लेखन का ठोस अनुभव है। BazaarBits पर उनका उद्देश्य निवेशकों तक विश्वसनीय और सटीक जानकारी पहुँचाना है।