Suzlon Energy: NSE-BSE की हरी झंडी से विलय का रास्ता साफ, शेयरों में तेजी की उम्मीद

Suzlon Energy: रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में सक्रिय सुजलॉन एनर्जी एक बार फिर निवेशकों के रडार पर है। आने वाले कारोबारी सप्ताह में कंपनी के शेयरों में हलचल देखी जा सकती है। दरअसल, कंपनी ने अपने एक महत्वपूर्ण कॉर्पोरेट रीस्ट्रक्चरिंग प्लान को लेकर बड़ा अपडेट दिया है। कंपनी ने शुक्रवार को जानकारी दी कि उसे […]

Suzlon Share News Today visual showing wind turbines and rising stock chart after 381 MW order

Suzlon Energy: रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में सक्रिय सुजलॉन एनर्जी एक बार फिर निवेशकों के रडार पर है। आने वाले कारोबारी सप्ताह में कंपनी के शेयरों में हलचल देखी जा सकती है। दरअसल, कंपनी ने अपने एक महत्वपूर्ण कॉर्पोरेट रीस्ट्रक्चरिंग प्लान को लेकर बड़ा अपडेट दिया है।

कंपनी ने शुक्रवार को जानकारी दी कि उसे राष्ट्रीय शेयर बाजार (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) से हरी झंडी मिल चुकी है। दोनों एक्सचेंजों ने उसके प्रस्तावित कॉर्पोरेट पुनर्गठन पर कोई आपत्ति नहीं जताई है। यह मंजूरी ऐसे वक्त में आई है जब कंपनी अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी सुजलॉन ग्लोबल सर्विसेज लिमिटेड के साथ विलय की योजना बना रही थी। एक्सचेंजों से यह सहमति 3 जुलाई को मिली थी, जिसकी पुष्टि कंपनी ने 5 जुलाई को स्टॉक एक्सचेंज को दी।

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विलय से मिलेगी मजबूती

इस विलय योजना के तहत सुजलॉन एनर्जी अपनी बैलेंस शीट को मजबूत करने पर फोकस कर रही है। कंपनी के मुताबिक, इस कदम से उसके पुराने घाटों को निपटाने और वित्तीय स्थिति को सुधारने में मदद मिलेगी। इसके तहत कंपनी अपने सामान्य रिजर्व से कुछ रकम रिटेन्ड अर्निंग्स में ट्रांसफर कर सकती है, जिससे कंपनी के वित्तीय आंकड़े अधिक बेहतर दिखेंगे।

बैलेंस शीट होगी साफ

कंपनी ने साफ तौर पर कहा है कि इस प्रक्रिया के बाद वह न केवल अपने निवेशकों को बेहतर रिटर्न देने की स्थिति में होगी, बल्कि भविष्य में लाभांश देने की क्षमता भी मजबूत होगी। इस रीस्ट्रक्चरिंग से कंपनी के लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर्स को भी भरोसा मिलेगा।

शानदार तिमाही नतीजे

अगर ताजा आंकड़ों पर नजर डालें, तो जनवरी-मार्च 2025 तिमाही में कंपनी ने शानदार प्रदर्शन किया है। इस दौरान कंपनी का शुद्ध लाभ जबरदस्त छलांग लगाते हुए ₹1,181 करोड़ तक पहुंच गया है, जो पिछले साल इसी तिमाही में ₹254 करोड़ था। यानी मुनाफे में लगभग 365% की बढ़ोतरी हुई है। वहीं, कंपनी की कुल कमाई ₹3,774 करोड़ रही।

ग्रीन एनर्जी सेक्टर में बढ़ती संभावनाएं

विशेषज्ञों का मानना है कि भारत में बढ़ते ग्रीन एनर्जी ट्रेंड के चलते सुजलॉन जैसे कंपनियों के लिए यह समय बेहद अहम है। अगर कंपनी अपनी बैलेंस शीट को स्वच्छ करने में सफल रहती है, तो इसका फायदा आने वाले वर्षों में भारी निवेश के रूप में भी मिल सकता है।

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