Trump Steel Tariff: अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा स्टील पर 50% तक टैरिफ लागू करने की घोषणा ने वैश्विक स्तर पर हलचल मचा दी है। हालांकि भारत की स्टील कंपनियों पर इसका सीधा प्रभाव पड़ने की संभावना बेहद कम है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस फैसले से वैश्विक व्यापार भावना जरूर प्रभावित हो सकती है, लेकिन भारतीय निर्यातकों पर इसका प्रभाव सीमित रहेगा।
क्या है मामला?
डोनाल्ड ट्रंप ने स्टील और एल्युमिनियम पर लगने वाले टैक्स को पहले के 25% से बढ़ाकर 50% करने का प्रस्ताव दिया है। इस फैसले का मुख्य उद्देश्य घरेलू उद्योगों को संरक्षण देना है, लेकिन इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यापार संबंधों में तनाव उत्पन्न हो सकता है।Infosys foreign revenue: विदेशी रेवेन्यू में इंफोसिस ने मारी बाज़ी, ग्लोबल IT सेक्टर में कायम किया दबदबा
भारत पर असर क्यों कम होगा?
वर्ष 2024 में अमेरिका ने लगभग 2.8 करोड़ टन स्टील का आयात किया था। हालांकि भारत से अमेरिका को स्टील का जो निर्यात होता है, वो इस कुल आयात का एक बहुत ही छोटा हिस्सा है। भारत की स्टील कंपनियों की शुद्ध निर्यात मात्रा अमेरिका के लिए बहुत कम है।
इसका सीधा मतलब यह है कि भारत से अमेरिका को होने वाला स्टील निर्यात ट्रंप के नए टैरिफ नीति से बहुत अधिक प्रभावित नहीं होगा। भारत के अलावा अमेरिका कनाडा और ब्राज़ील जैसे देशों से भी भारी मात्रा में स्टील आयात करता है, जो उसके प्रमुख सप्लायर हैं।
ग्लोबल मार्केट पर प्रभाव
जहां भारत को सीधा झटका नहीं लगेगा, वहीं वैश्विक बाजार में निवेशकों की धारणा (Global Market Sentiments) इस निर्णय से प्रभावित हो सकती है। टैरिफ बढ़ने से अंतरराष्ट्रीय व्यापार लागत में वृद्धि होगी, जिससे महंगाई बढ़ने और व्यापार असंतुलन जैसी चुनौतियां पैदा हो सकती हैं।
बाजार में क्या हो सकता है बदलाव?
- विदेशी निवेशकों की सतर्कता बढ़ सकती है
- अमेरिका और चीन जैसे बड़े देशों के साथ व्यापार संबंधों में खटास
- स्टील आधारित उत्पादों की लागत में संभावित बढ़ोतरी
- उभरते बाजारों में अस्थिरता बढ़ सकती है
डोनाल्ड ट्रंप द्वारा प्रस्तावित 50% स्टील टैरिफ का भारत पर असर न्यूनतम होगा, लेकिन ग्लोबल इकॉनॉमी के लिए यह एक चिंताजनक संकेत हो सकता है। व्यापार नीति विशेषज्ञों की राय है कि भारत को अभी फिलहाल किसी बड़े नुकसान की आशंका नहीं है, लेकिन यदि अमेरिका आगे और सख्त फैसले लेता है तो वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला पर गंभीर असर पड़ सकता है।

आरव भारद्वाज भारतीय शेयर बाज़ार और व्यवसाय जगत से जुड़ी ख़बरों का गहन विश्लेषण करते हैं। उन्हें वित्तीय रुझानों, IPO अपडेट्स और निवेश रणनीतियों पर लेखन का ठोस अनुभव है। BazaarBits पर उनका उद्देश्य निवेशकों तक विश्वसनीय और सटीक जानकारी पहुँचाना है।