Vikram Solar IPO: 19 अगस्त से खुला, 26 अगस्त को लिस्टिंग – निवेश का मौका

Vikram Solar IPO: कोलकाता स्थित सोलर फोटोवोल्टिक मॉड्यूल निर्माता विक्रम सोलर लिमिटेड शेयर बाजार में कदम रखने जा रहा है। कंपनी 19 से 21 अगस्त के बीच अपना आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) लेकर आएगी। इस ऑफर के जरिए कंपनी कुल 2,079 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है। इसमें से लगभग 1,500 करोड़ रुपये […]

Eldeco IPO News – एल्डेको इंफ्रास्ट्रक्चर ने 1,000 करोड़ रुपये का आईपीओ सेबी के पास फाइल किया

Vikram Solar IPO: कोलकाता स्थित सोलर फोटोवोल्टिक मॉड्यूल निर्माता विक्रम सोलर लिमिटेड शेयर बाजार में कदम रखने जा रहा है। कंपनी 19 से 21 अगस्त के बीच अपना आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) लेकर आएगी। इस ऑफर के जरिए कंपनी कुल 2,079 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है। इसमें से लगभग 1,500 करोड़ रुपये का ताज़ा इश्यू होगा, जबकि 579 करोड़ रुपये की हिस्सेदारी प्रमोटरों द्वारा ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत बेची जाएगी।

प्राइस बैंड और लिस्टिंग डिटेल

आईपीओ का मूल्य दायरा ₹315 से ₹332 प्रति शेयर तय किया गया है। निवेशकों को अलॉटमेंट के बाद कंपनी के शेयर 26 अगस्त को एनएसई और बीएसई पर सूचीबद्ध होंगे।

कंपनी की स्थिति और विस्तार योजना

विक्रम सोलर फिलहाल 4.5 गीगावॉट (GW) की मैन्युफैक्चरिंग क्षमता के साथ काम कर रही है। कंपनी के पास इस समय करीब 10,340 मेगावॉट से ज्यादा का ऑर्डर बुक मौजूद है। आईपीओ से मिलने वाली रकम का बड़ा हिस्सा तमिलनाडु में 3,000 मेगावॉट की नई सोलर सेल और मॉड्यूल निर्माण यूनिट लगाने में खर्च किया जाएगा। यह परियोजना कंपनी की सहायक इकाई वीएसएल ग्रीन पावर के माध्यम से पूरी होगी। इसके अलावा, करीब 595 करोड़ रुपये की राशि उत्पादन क्षमता को बढ़ाकर 6,000 मेगावॉट करने में निवेश की जाएगी।

वित्तीय प्रदर्शन

वित्त वर्ष 2025 में कंपनी ने मजबूत ग्रोथ दिखाई है। कुल राजस्व में 36% की वृद्धि दर्ज हुई और यह बढ़कर 3,423 करोड़ रुपये तक पहुँच गया। वहीं, मुनाफा 75% बढ़कर 140 करोड़ रुपये तक पहुँच गया है। लगातार बेहतर वित्तीय नतीजों ने कंपनी की स्थिति को निवेशकों के लिए और भी आकर्षक बना दिया है।

ग्रे मार्केट से संकेत

आईपीओ के प्रति निवेशकों की शुरुआती रुचि ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) में साफ दिखाई दे रही है। खबरों के मुताबिक, विक्रम सोलर का शेयर अनौपचारिक बाजार में करीब 395 रुपये पर कारोबार कर रहा है। इसका मतलब है कि अगर लिस्टिंग इसी स्तर पर होती है तो निवेशकों को ऊपरी प्राइस बैंड से लगभग 19% का फायदा हो सकता है।

उद्योग में स्थान

भारत तेजी से नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित कर रहा है और सरकार भी सोलर पावर को बढ़ावा दे रही है। इस माहौल में विक्रम सोलर जैसी कंपनियां न केवल देश में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी अपनी पहचान बना रही हैं। कंपनी का दावा है कि उसकी तकनीक, उत्पादन क्षमता और ऑर्डर बुक आने वाले वर्षों में उसे और मजबूत स्थिति में ले जाएगी।

निवेशकों के लिए अहम पहलू

आईपीओ में निवेश करने वाले लोगों के लिए यह जानना महत्वपूर्ण है कि कंपनी का फोकस लंबे समय के लिए टिकाऊ ऊर्जा समाधान और उत्पादन क्षमता में बड़े विस्तार पर है। हालांकि, जैसे हर आईपीओ में कुछ जोखिम होते हैं, वैसे ही इस ऑफर में भी बाजार की अस्थिरता और प्रतिस्पर्धा जैसे कारक असर डाल सकते हैं।

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