YES Bank Q2 Results: यस बैंक ने शनिवार को सितंबर तिमाही (Q2 FY25 ) के अपने वित्तीय नतीजे जारी किए, जिनमें बैंक का प्रदर्शन मिला-जुला रहा। बैंक का शुद्ध मुनाफा साल-दर-साल 18% बढ़ा है, जबकि नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) में मामूली बढ़ोतरी दर्ज की गई। हालांकि, इस दौरान बैंक की प्रोविजनिंग में तेज उछाल देखा गया है, जिससे संकेत मिलता है कि बैंक ने संभावित ऋण जोखिमों से बचाव के लिए अतिरिक्त रिजर्व बनाए हैं।
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मुनाफे में स्थिर बढ़त
YES Bank का नेट प्रॉफिट सितंबर तिमाही में 18.4% बढ़कर ₹655 करोड़ पहुंच गया, जो पिछले साल की समान अवधि में ₹553 करोड़ था। यह वृद्धि बैंक की लगातार सुधारती लोन बुक और ब्याज आय में बढ़ोतरी का नतीजा मानी जा रही है। बैंक प्रबंधन के अनुसार, रिटेल और MSME सेगमेंट में बेहतर क्रेडिट ग्रोथ देखने को मिली है, जिसने कुल मुनाफे को सहारा दिया।
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ब्याज आय में मामूली उछाल
बैंक की नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) 4.6% बढ़कर ₹2,300 करोड़ हो गई, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह ₹2,200 करोड़ थी। यह वृद्धि संकेत देती है कि बैंक की ब्याज से होने वाली कमाई में सुधार हुआ है, हालांकि बढ़ते फंड कॉस्ट ने नेट मार्जिन पर हल्का दबाव बनाए रखा है।
एसेट क्वालिटी बनी स्थिर
एसेट क्वालिटी के मोर्चे पर बैंक का प्रदर्शन संतुलित रहा। ग्रॉस एनपीए मामूली बढ़कर ₹4,055 करोड़ रहा, जो पिछली तिमाही में ₹4,022 करोड़ था। वहीं, नेट एनपीए घटकर ₹771 करोड़ पर आ गया, जो पिछली तिमाही में ₹797 करोड़ था। प्रतिशत के हिसाब से, ग्रॉस एनपीए 1.6% और नेट एनपीए 0.3% पर स्थिर रहा। यह दर्शाता है कि बैंक की खराब ऋण स्थिति पर नियंत्रण कायम है।
प्रोविजनिंग में उछाल
तिमाही के दौरान बैंक की प्रोविजनिंग (ऋण हानि प्रावधान) बढ़कर ₹419 करोड़ रही, जबकि पिछली तिमाही में यह ₹284 करोड़ थी। पिछले साल की समान अवधि में बैंक ने ₹297 करोड़ का प्रावधान किया था। यह बढ़ोतरी इस बात की ओर इशारा करती है कि बैंक भविष्य में संभावित डिफॉल्ट्स से बचाव के लिए अधिक सतर्क हो गया है।
शेयर में दबाव बरकरार
नतीजों से पहले शुक्रवार को YES Bank के शेयरों में कमजोरी रही। स्टॉक 3.9% गिरकर ₹22.24 के स्तर पर बंद हुआ। विश्लेषकों का कहना है कि बढ़ती प्रोविजनिंग से अल्पावधि में बैंक के मुनाफे पर असर पड़ सकता है, लेकिन यह कदम दीर्घकाल में बैंक की बैलेंस शीट को मजबूत करेगा।

आरव भारद्वाज भारतीय शेयर बाज़ार और व्यवसाय जगत से जुड़ी ख़बरों का गहन विश्लेषण करते हैं। उन्हें वित्तीय रुझानों, IPO अपडेट्स और निवेश रणनीतियों पर लेखन का ठोस अनुभव है। BazaarBits पर उनका उद्देश्य निवेशकों तक विश्वसनीय और सटीक जानकारी पहुँचाना है।